महिलाओं को शिक्षित और स्वावलंबी बनने का संदेश दिया

विकासनगर। माया कॉलेज में मकर संक्रांति व महिला सशक्तिकरण उत्सव को हर्षोल्लास व श्रद्धा के साथ मनाया गया। उत्सव में विभिन्न स्वयं सहायता समूहों ने प्रतिभाग कर अपने अपने उत्पादों का प्रदर्शन किया। इस मौके पर वक्ताओं ने कहा कि महिलाएं स्वयं सहायता समूहों के जरिए अपनी आय के साधन बढ़ाकर आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ सकती हैं।
माया देवी कॉलेज में आयोजित उत्सव का शुभारंभ कॉलेज की प्रबंधक निदेशक, डॉ. तृप्ति जुयाल सेमवाल एवम इनक्यूबेशन मैनेजर अंडर एनआरएलएम सहसपुर चंद्रजीत ने दीप जलाकर किया। उन्होंने मातृ शक्ति को शिक्षित व स्वावलंबी बनने का संदेश देते हुए अपने आय के स्रोत को सुदृढ़ करने का मार्गदर्शन दिया। कहा कि अधिक से अधिक संख्या में नारी शक्ति को एनआरएलएम से लाभ लेना चाहिए। माया देवी कॉलेज की प्रबंधक निदेशक डॉ. तृप्ति जुयाल सेमवाल ने संबोधित करते हुए महिलाओं को आत्मनिर्भर होने व स्वरोजगार के आयामों का चयन कर प्रगति के पथ पर अग्रसर होने के लिए प्रोत्साहित किया। उत्सव में स्वयं सहायता समूह जैसे गृह डॉट कॉम एवं उत्तराखंड राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के अंतर्गत स्वायत्त समूहों ने प्रतिभाग कर अपने उत्पादों का प्रदर्शन किया। जिसमें आचार, पापड़, दुर्लभ पहाड़ी मसाले, पोषण युक्त मोटे अनाज का आटा, पहाड़ी पारंपरिक व्यंजन, मिष्ठान, हस्त निर्मित ऊनी वस्त्र, मोजे, स्वेटर, सॉफ्ट टॉय, मफलर, सूती कपड़े, एलईडी बल्ब, चाइनीज फूड आइटम स्टॉल, नमकीन, विभिन्न प्रकार के स्नैक्स, जेम, सॉस, मिट्टी के बर्तन इत्यादि उत्पाद सम्मिलित थे। उत्सव में पतंगबाजी व रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुति भी की गई। विभिन्न राज्य के छात्र छात्राओं द्वारा अपने राज्य की पारंपरिक वेश भूषा में सांस्कृतिक कार्यक्रम का प्रस्तुतिकरण कर अनेकता में एकता के भाव को दर्शाया गया। डॉ. तृप्ति जुयाल सेमवाल ने सभी उपस्थित उद्यमियों को सम्मानित भी किया। उत्सव में माया देवी एजुकेशनल फाउंडेशन के उपाध्यक्ष डॉ. आशीष सेमवाल, कैम्पस डीन डॉ. मनीष पांडे, अपर निदेशक गौरव तोमर, उपनिदेशक आशुतोष बडोला, दो बार राष्ट्रपति पुरस्कार से सम्मानित उद्यमी गीता देवी व अन्य उद्यमी स्वाति, पूजा, पूनम, उर्मिला, संतोषी, रचना, मीनू, दीपा, गुलिस्ता, सुषमा, कमला, नीलम, सुनीता, चंदा, मधु आदि उद्यमी मौजूद थे।