उत्तराखंड में आयोजित हुआ टॉप स्कूल्स कॉन्क्लेव, 25 स्कूलों के 271 छात्रों को किया गया सम्मानित

देहरादून। उत्तराखंड में शिक्षा और छात्रों की प्रतिभा को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से एनएसजीआई, आईआईएमएमएस और सीबीएसई स्कूल्स के टॉप स्कूल्स कॉन्क्लेव का आयोजन भव्य रूप से किया गया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि उत्तराखंड सरकार के स्वास्थ्य सचिव डॉ. आर.के. रतूड़ी ने कहा, सफलता और असफलता एक ही सिक्के के दो पहलू हैं। हमें असफलताओं से घबराना नहीं चाहिए, बल्कि उनसे सीखते हुए आगे बढ़ना चाहिए। उन्होंने विद्यार्थियों को प्रेरित करते हुए कहा कि जीवन अभी शुरू हुआ है, और आगे के लक्ष्यों को निर्धारित कर उन्हें प्राप्त करना ही सबसे महत्वपूर्ण कार्य है। उन्होंने मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य को ही संपूर्ण जीवन की सबसे बड़ी पूंजी बताया। डॉ. रतूड़ी ने अभिभावकों से अपील की कि यदि बच्चा कभी असहज महसूस करे, तो उसे डांटने की बजाय संवाद करें। उन्होंने कहा, बच्चों की कोमल भावनाओं को समझते हुए हमें उन्हें सहयोग देना चाहिए। ‘न’ का अर्थ नकारात्मक नहीं, बल्कि संयम और विकल्प हो सकता है। कार्यक्रम में उन्होंने टॉपर्स को सम्मानित करते हुए उनके स्कूल जीवन के बाद की सफलता की दिशा भी बताई। कॉन्क्लेव में कुल 25 स्कूलों के 271 विद्यार्थियों को गोल्ड, सिल्वर और ब्रॉन्ज मेडल के साथ-साथ “बेस्ट स्कूल” अवॉर्ड्स भी प्रदान किए गए। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे आईआईएमएमएस ग्रुप के महानिदेशक प्रो. (डॉ.) नरेश रंजन ने कहा कि उत्तराखंड न केवल सांस्कृतिक रूप से, बल्कि वैज्ञानिक और तकनीकी दृष्टि से भी एक समृद्ध राज्य बनता जा रहा है। उन्होंने बताया कि उत्तराखंड में देश की पहली ऑब्जर्वेटरी की स्थापना भी दशकों पहले यहीं की गई थी। उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि आईएसआरओ , डीआरडीओ, आईआईआरपी, आईआईपी, वाइल्डलाइफ इंस्टीट्यूट और एफआईआई जैसे राष्ट्रीय संस्थानों की उपस्थिति उत्तराखंड की वैज्ञानिक प्रगति का प्रमाण है। कॉन्क्लेव में डीआईटी विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. (डॉ.) जी.एस. रघुवंशी ने कहा, “आपने जो पहचान स्कूल जीवन में अर्जित की है, वही पहचान भविष्य में आपके हर रास्ते को प्रकाशित करेगी। मुख्य वक्ता डॉ. आर.पी. सिंह (आईआईआरसी निदेशक) ने छात्रों के उज्जवल भविष्य की कामना की और कहा कि टॉपर्स को अपने शिक्षकों और मार्गदर्शकों का सदैव सम्मान करना चाहिए। यही संस्कार उन्हें एक बेहतर नागरिक बनाते हैं। न्यू डिजिटल फाउंडेशन के निदेशक ललित गिरी ने भी कहा कि आपके जीवन में आपके गार्जियन और गाइड्स का योगदान हमेशा याद रखने योग्य है। कार्यक्रम की संचालन टीम में डॉ. पीयुष श्रीवास्तव (प्रेसीडेंट, रिजल्ट स्क्लिस एसोसिएशन ), डॉ. प्रशांत दीक्षित और डॉ. अस्मिता नौकरीवाले शामिल रहे।
इससे पूर्व कार्यक्रम की विस्तृत रूपरेखा डॉ. ध्रुवराज द्वारा प्रस्तुत की गई। कार्यक्रम के अंत में सभी अतिथियों ने टॉप स्कूल्स कॉन्क्लेव की स्मारिका और पोस्टर का विमोचन भी किया। कार्यक्रम का समापन डॉ. फौजिया सिद्दीकी द्वारा धन्यवाद ज्ञापन के साथ किया गया। आयोजन में 25 स्कूलों के प्राचार्य, प्रतिनिधि, बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं और उनके अभिभावक उपस्थित रहे।